हैलो फ्रेंड्स! आज मैं आपको लालची कुत्ता की कहानी बताऊंगा।आशा करता हूं कि आप इस कहानी से बोर नहीं होंगे और आप इस कहानी का अच्छे से आनन्द ले...
हैलो फ्रेंड्स! आज मैं आपको लालची कुत्ता की कहानी बताऊंगा।आशा करता हूं कि आप इस कहानी से बोर नहीं होंगे और आप इस कहानी का अच्छे से आनन्द लेंगे।तो चलिए फ्रेंड्स अब इस कहानी को शुरू करते हैं।
लालची कुत्ता की कहानी
बहुत समय पहले की बात है एक जंगल था।जंगल में सभी जानवर रहते थे।जिनमें कुत्ता,शेर और अन्य सभी जानवर थे।उसी जंगल में 1 कुत्ता रहता था।एक दिन की बात है वो कुत्ता बहुत भूखा था।पर उसे खाने को उस दिन कुछ भी नहीं मिला था।उसी दिन वह कुत्ता घूमते -घूमते उस जंगल के पास में एक घर पर चला गया था।उस भूखे कुत्ते को देखकर उस घर के मालिक ने उसे एक पूरी रोटी का टुकड़ा दे दिया।रोटी के टुकड़े को लेकर वह कुत्ता बहुत ही खुश हुआ।और उस रोटी के टुकड़े को लेकर वो कुत्ता वहां से जाने लगा।कुत्ते ने सोचा कि मैं इसे घर लेकर जाऊंगा और वहीं पर खाऊंगा।इसलिए वह कुत्ता वह उस रोटी के टुकड़े को लेकर वहां से चला गया। वह कुत्ता रास्ते में चल रहा था तभी उस कुत्ते के रास्ते में कुछ दूर जाने पर उसके सामने एक पत्थर आ गया।पत्थर के कारण उस कुत्ते को ठोकर लग गई।ठोकर के कारण कुत्ता गिर गया और उसके मुंह से वह रोटी का टुकड़ा भी गिर गया।पहले कुत्ते को जंगल के दूसरे छोर पर भेजना
वहां सामने से एक दूसरा कुत्ता भी गुजर रहा था।उस दूसरे कुत्ते ने पहले कुत्ते को गिरा देखा और उसके रोटी के टुकड़े को गिरा देखकर वहां पर दौड़कर आया। पर जब तक वह दूसरा कुत्ता वहां पहुंचता तब तक पहला कुत्ता रोटी के टुकड़े को लेकर खड़ा हो चुका था।अब पहला कुत्ता व दूसरा कुत्ता आमने सामने थे।दूसरे कुत्ते को उस रोटी के टुकड़े को देखकर लालच आ रहा था।उसने पहले कुत्ते से उस रोटी के टुकड़े को लेने के लिए एक योजना सोची।दूसरे कुत्ते ने पहले कुत्ते से कहा कि - भाई! आज तो मजा आ गया सभी जानवरों ने पेट भरकर खाया।पहला कुत्ता बोला आज क्या है?तुम कहां की बात कर रहे हो?तभी दूसरा कुत्ता बोला भाई!तुम्हे नहीं पता आज जंगल के दूसरे छोर पर दावत आयोजित की गई है।सभी जानवर पेट भरकर खा रहे हैं।तुम अभी वहां नहीं गए?तुम्हें वहां जाना चाहिए ,सभी जानवर भोजन का आनंद ले रहे हैं।तुम भी जाओ।जल्दी करो कहीं वहां पर खाना खत्म न हो जाए और तुम भूखे न रह जाओ।जल्दी करो भाई! जल्दी करो।पहला कुत्ता बोला ठीक है।मैंने सुबह से कुछ नहीं खाया है तो मैं जाता हूं।पहला कुत्ता रोटी के टुकड़े को लेकर वहां जाने लगा।तभी दूसरा कुत्ता बोला कि भाई! तुम दावत में जा रहे हो तो तुम्हें अब इस रोटी के टुकड़े की क्या जरूरत है?तुम इसे यहीं पर छोड़ कर चले जाओ।पहला कुत्ता बोला ठीक है।लालच का फल
उस पहले कुत्ते ने रोटी के टुकड़े को वहीं पर छोड़ दिया और वहां से चला गया।दूसरे कुत्ते ने मौका देखकर उस रोटी के टुकड़े को उठा लिया और उसे वहां से ले जाने लगा।तभी वहां पर अचानक से शेर आ गया।और शेर दूसरे कुत्ते कुत्ते को मारकर खा गया।और रोटी का टुकड़ा वहीं पर पड़ा रह गया।पहला कुत्ता जंगल के अंतिम छोर पर पहुंचा तो उसने देखा कि वहां पर तो कोई दावत नहीं है फिर उस कुत्ते ने मुझसे झूठ क्यों बोला?ऐसा सोचकर पहला कुत्ता वहीं पर आ गया जहां उसने अपने रोटी के टुकड़े को छोड़ा था।उसने देखा कि रोटी का टुकड़ा वहां पर पड़ा हुआ है।उसने उस रोटी के टुकड़े को वहां से उठाया और वहां से चला गया।नैतिक शिक्षा - "लालच बुरी बला है,हमें लालच नहीं करना चाहिए।
दूसरे कुत्ते ने रोटी के टुकड़े को देखकर लालच किया और उसने पहले कुत्ते को वहां से भगा दिया।उस रोटी के चक्कर में दूसरे कुत्ते को अपनी जान गंवानी पड़ी और न ही उसे वह रोटी मिली।
तो फ्रेंड्स आपको हमारी "लालची कुत्ता की कहानी" कैसी लगी हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और आप किस टॉपिक पर कहानी पढ़ना पसंद करते हैं ये भी बताएं।
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